दरबार में माता शान्ति के दुःख दर्द मिटाए जाते है
संकट के सताये लोग यहाँ सीने से लगाये जाते है
ये महफ़िल है दीवानों की हर भक्त यहाँ मतवाला है
भर भर के प्याले अमृत के यहाँ सब को पिलाये जाते है…………………… दरबार में माता शान्ति के
मत घबराओं ऐ जगवालों इस दर पे सीस झुकाने से ऐ नादानौ इस दर पर
संकट कटवाए जाते है…… दरबार में माता शान्ति के
जिन लोगों पर जगवालों हो जाएँ कृपा माँ शान्ति की, उन्हें संदेशे जाते
दरबार बुलाये जाते है ........ दरबार में माता शान्ति की
सरजमी पर रखकर आ जाओं हसरत है अगर कुछ पाने की माँ शान्ति को
पाने के लिए थोड़े कष्ट उठाये जाते है……. दरबार में माता शान्ति के
माँ शान्ति बुलाती है रोते को हँसाती है, दुःख दर्द मिटाती है, सब कष्ट मिटाती है
जय माँ शान्ति, जय माँ शान्ति, जय माँ शान्ति, जय माँ शान्ति
इस मंदिर में न पैसा चाहिए और न चाहिए नाम अपना आशीर्वाद दे के बोलो जय श्री राम